सिमरी बख़्तियार पुर स्टेशन |
REPORT @ AYUSH KUMAR
समय - रात 11 बजे
स्थान - सिमरी बख़्तियार पुर स्टेशन
क्या
हमने आपने कभी अंदाजा लगाया हैं की जिस वक़्त हम -आप अपने घर मे आराम से
बिछावन पर रजाई ओढ़ आराम फरमाते रहते हैं तो एक आम गरीब इस कड़कड़ाती ठंड
मे अपनी जिंदगी कैसे गुजारता हैं ? जी,हाँ हम आपको फोटो दिखा रहे हैं की
रात 11 बजे बख्तियारपुर के वो गरीब जिनके पास घर नहीं और वो यात्री जिन्हे
रात की ट्रेन पकड़ कही दूसरी जगह जाना हैं वो इस कड़कड़ाती ठंड मे कितनी
बुरी स्तिथि मे रात गुजार रहे हैं। रात 11 बजे जब सिमरीबख़्तियारपुर24 की
टीम स्टेशन पहुंची तो स्टेशन मे चारो तरफ से हवा आ रहे प्लॅटफॉर्म के बीच
पतली चादर पर रात बिताते गरीब लोगो और दूसरे गंतत्व को जाने वाले मुसाफिरो
को देख दंग रह गई।आम प्रशाशन और रेल के सुस्ती के कारण आज इन लोगो को इस
तकलीफ देह स्तिथि का सामना कर पा रहा हैं।
कल गणतंत्र दिवस हैं.क्या आजाद भारत करने वाले देश के वीर क्रांतिकारियों
ने देश को आजाद कराते वक़्त क्या इसी भारत का सपना देखा था ? यह आज के समय
के वर्तमान राजनेताओ के लिये एक बड़ा प्रश्न-चिह्न हैं।
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