आश्चर्यजनक जानकारी :-

दिल्ली चिड़ियाघर में 20 वर्षीय मकसूद
को मारने वाला बाघ फिलहाल कई दिनों तक
दर्शकों को अब नहीं दिखेगा क्योंकि वह पिंजरे के
अंदर अंडर ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। विजय नाम
का यह सफेद बाघ अगले तीन से पांच दिन तक ऑब्जर्वेशन में ही रखा जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक बाघ ने
मकसूद को खाया नहीं था बल्कि उसके गर्दन के हिस्से
पर चोट पहुंचाई थी। रिपोर्ट के मुताबिक बाघ ने
मकसूद के शरीर का कोई भी अंग नहीं खाया था।
दिल्ली चिड़ियाघर के सूत्रों के मुताबिक बाघ विजय
सिर्फ भैंस का मांस खाता है और उसका व्यवहार
भी सामान्य है। डॉ. सेवलम के मुताबिक एक बाघ
को तब तक मैन-ईटर नहीं कहा जा सकता जब तक
वही इंसानी मांस नहीं चखता। विजय इंसानी मांस
नहीं खाता। उसे शुरू से ही भैंस का मांस
खिलाया गया है। सूत्रों के मुताबिक घटना के वक्त
विजय नामक यह बाघ काफी शांत था और खेलने के मूड में था जब मकसूद उसके बाड़े में गिरा।लेकिन,घटना मे मोड़ तब आ गया जब किसी ने बाघ पर पत्थर फेंक दिया।

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